True Friendship Story In Hindi | सच्ची दोस्ती की कहानी
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True Friendship Story In Hindi | सच्ची दोस्ती की कहानी

आज हम सबसे सच्ची कहानी दोस्ती के बारे में पढ़ेंगे, जी हां जिसका नाम True Friendship Story In Hindi है। आप सभी को पता है दोस्ती क्या चीज़ है लड़को की दोस्ती हार्डवेयर फ्रेंडशिप की तरह होती है उसके अंदर emotions की जगह नहीं लेकिन पर मदद पूरी है। क्युकी जब आप दोस्त से बोलते है भाई गुमने जाना है, मस्ती करनी है, या लड़ाई हो गई है हर वक़्त में वो साथ देते है क्युकी आपको पता है भाई ने बोला करने का तो करने का।

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True Friendship Story In Hindi दो दोस्तों की कहानी

कभी-कभी, जीवन की राह में ऐसे मोड़ आते हैं जो दिल को छू जाते हैं। यह दो दोस्तों की कहानी है, जिनकी मित्रता का रंग इंद्रधनुष से भी अधिक चमकीला था। गांव के छोटे से स्कूल में दो दोस्तों की कहानी शुरू होती है। रवि और मोहन, बचपन से ही एक-दूसरे के सबसे अच्छे दोस्त थे। उनकी सच्ची मित्रता पर छोटी कहानी गांव में हर किसी के दिल को छू जाती थी।

राज और अमन, राजस्थान के जैसलमेर के छोटे गांव में रहते थे, बचपन से ही एक साथ खेलते, पढ़ते और बड़े बड़े सपने देखते थे। उनकी हँसी गाँव की गलियों में गूंजती, और उनकी शरारतें खेतों में दौड़ती। वे एक-दूसरे की आँखों में अपनी भावनाएँ पढ़ लेते थे, मानो उनके दिल एक ही ताल पर धड़कते हों।

जब वह दोनों क्लास 8th में पढ़ते थे तो अचानक से अमन को पता लगा की उसके पिता को शहर में नौकरी मिल गई है। यह खबर सुनकर अमन उदास हो गया और जब उसने राज को बताया तो वह दोनों गले लगकर रोने लगे क्युकी वे दोनों जानते थे कि अब उनके रास्ते अलग हो जाएंगे। जब गांव छोड़कर शहर जाने का दिन आया, अमन ने राज को एक पुरानी डायरी दी, जिसमें लिखा था, “मित्रता की डोर कभी नहीं टूटती।” राज को बोला इस डायरी को मेरे जाने के बाद ही खोलना। वह दोनों बहुत रो रहे थे क्युकी अपना पूरा बचपन एक साथ जो बिताया था। इन दोनों की True Friendship Story देखकर गांव वालो की भी आँखों में आँसू आने लगे।

किसी ने क्या खूब कहा है – दोस्ती अगर दूर भी होती है, तो भी ये कोहिनूर होती है

धीरे धीरे साल बीतते गए। राज ने गाँव में रहकर खेती संभालने लगा, जबकि अमन शहर में पढ़ाई करता रहा। उनके बीच की दूरी भले ही मीलों की हो गए थी, लेकिन दिलों की दूरी कभी न हुई।

एक दिन, गाँव में भयंकर बाढ़ आ गई। फसलें नष्ट हो गईं, घर बह गए। राज का परिवार बहुत संकट में था। यह बात अमन को पता लग गयी, वह जल्द से जल्द शहर से गांव आया, राज से बोला दोस्त उदास न हो सब ठीक हो जाएगा। उसने राज के परिवार की मदद की, घर बनवाया, फसल के लिए बीज दिए।

राज की आँखों में आँसू थे। उसने अमन से पूछा, “तुम इतने सालों बाद कैसे आए?”

अमन मुस्कुराया, और बोला याद है, “मित्रता की डोर कभी नहीं टूटती”

जब दोनों ने एक दूसरे से गले लगे और बहुत रोने लगे लेकिन अबकी बार ये आँसू ख़ुशी के थे।

True Friendship Story का सन्देश

यह True Friendship Story थी, जहाँ दूरियाँ मायने नहीं रखी, बल्कि दोनों के दिलों की गहराई में मित्रता की जड़ें मजबूत थी। यह true value of friendship story है, जिससे यह सिखने को मिलता है कि सच्ची दोस्ती समय, परिस्थितियों या दूरी की मोहताज नहीं होती। वो अमर होती है, जो जीवन के हर मोड़ पर सच्चे साथी का साथ देती है। जो हमें सिखाती है कि सच्ची मित्रता समय और दूरी से परे होती है।

इस short story on true friendship में, हमने देखा कि कैसे दो दोस्तों ने जीवन की कठिनाइयों का सामना करते हुए अपनी मित्रता को अमर बनाया।

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